हर मुश्किल में मुस्कुराते प्रेमानंद महाराज: 19 साल से डायलिसिस पर भी अडिग आस्था

प्रेमानंद महाराज जी का स्वास्थ्य इन दिनों लोगों के लिए चिंता और प्रेरणा दोनों का विषय बना हुआ है। बताया जा रहा है कि पहले जहां उनकी सप्ताह में 7 दिन पर डायलिसिस होती थी, अब हर 5 दिन पर करनी पड़ रही है। जबकि मेडिकल साइंस के अनुसार एक मरीज को हफ्ते में 3 बार डायलिसिस की आवश्यकता होती है।
बीते 19 सालों से महाराज जी लगातार डायलिसिस करवा रहे हैं, लेकिन उनकी मुस्कान और सकारात्मकता आज भी बरकरार है। उनके चेहरे पर कभी भी तकलीफ या निराशा का भाव नहीं दिखता। यह उनकी आत्मिक शक्ति और अटूट विश्वास का प्रमाण है।
जहां आज समाज में कुछ लोग साधु-संतों के नाम पर नफरत और विभाजन का माहौल फैला रहे हैं, वहीं प्रेमानंद महाराज जी प्रेम, एकता और सद्भावना का संदेश देते रहते हैं। वे हमेशा समाज में शांति, सेवा और समर्पण की भावना फैलाने की बात करते हैं।
लोगों का मानना है कि महाराज जी का स्वस्थ रहना सिर्फ उनके भक्तों के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए जरूरी है। उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि चाहे परिस्थितियाँ कितनी भी कठिन क्यों न हों, विश्वास और सकारात्मक सोच से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है।
देशभर में उनके अनुयायी महाराज जी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना कर रहे हैं और उनके संदेश –
“सेवा ही साधना है, और प्रेम ही परमात्मा है” – को अपने जीवन में अपनाने का प्रयास कर रहे हैं।





