मुजफ्फरपुर, बिहार की शाही लीची की कहानी अद्भुत है, जो अपने स्वाद, सुगंध और अद्वितीयता के लिए प्रसिद्ध है। शाही लीची को जीआई टैग भी मिला हुआ है, जो इसे और भी खास बनाता है। यह लीची विशेष रूप से अपने रसीले और मीठे स्वाद के कारण देश-विदेश में मशहूर है।
शाही लीची का उत्पादन मुख्य रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में होता है, लेकिन अब यह झारखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी उगाई जाती है। लीची की यह किस्म मई के दूसरे सप्ताह से जून के पहले सप्ताह तक पक कर तैयार होती है। उत्तर बिहार में यह 20 से 25 मई के बीच पकती है।
मुजफ्फरपुर की शाही लीची का उत्पादन किसानों के लिए बहुत लाभकारी है। शाही लीची की प्रसिद्धि सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह विदेशों में भी अपनी पहचान बना चुकी है। लंदन समेत कई विदेशी बाजारों में इसकी मांग है। यह लीची इतनी लोकप्रिय है कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के लिए भी विशेष तौर पर भेजी जाती है।
इस प्रकार, मुजफ्फरपुर की शाही लीची न केवल एक फल है, बल्कि यह क्षेत्र की समृद्धि और पहचान का प्रतीक भी है। इसकी खेती और व्यवसायिक महत्व ने इसे वैश्विक पहचान दिलाई है, जिससे यह अन्य फलों की तुलना में विशिष्ट स्थान प्राप्त कर चुकी है।