
नई दिल्ली, 21अक्टूबर 2025:
भारत में शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए Western Australian Certification International (WACI) ने हाल ही में Western Australian Curriculum Conference का आयोजन किया। यह सम्मेलन School Curriculum and Standards Authority (SCSA) के सहयोग से हुआ, जिसका उद्देश्य भारतीय स्कूलों में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलियन करिकुलम को लागू करने की संभावनाओं पर चर्चा करना था।
इस आयोजन में शिक्षा क्षेत्र के दिग्गज, नीति निर्माता और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ शामिल हुए। उन्होंने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शिक्षा को लेकर मजबूत साझेदारी की दिशा में इसे एक बड़ा कदम बताया।
🌍 शिक्षा में नया अध्याय: वैश्विक मानकों की ओर कदम
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथियों में शामिल थे —
- जॉर्ज थिवोस, मंत्री सलाहकार (शिक्षा एवं अनुसंधान), ऑस्ट्रेलियाई हाई कमीशन, नई दिल्ली
- जोड़ी मैथ्यूज, प्रिंसिपल कंसल्टेंट – इंटरनेशनल एजुकेशन, शिक्षा विभाग, वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया
- अशोक गांगुली, पूर्व चेयरमैन, CBSE
सभी विशेषज्ञों ने इस बात पर जोर दिया कि अब समय आ गया है जब भारत को ऐसी शिक्षा प्रणाली अपनानी चाहिए जो केवल रटने पर नहीं, बल्कि सोचने, समझने और नवाचार पर आधारित हो — ठीक वैसे ही जैसे वेस्टर्न ऑस्ट्रेलियन करिकुलम में है।
🎓 “शिक्षा, व्यापार नहीं” — WACI का भारत के लिए दृष्टिकोण
WACI के सह-संस्थापक पीडेट सेन ने कार्यक्रम में कहा कि यह पहल भारत में शिक्षा को वैश्विक स्तर पर ले जाने की दिशा में पहला कदम है। उन्होंने बताया कि WACI, Springboard for Education (सिंगापुर स्थित एक वैश्विक शिक्षा निवेश कंपनी) का भारतीय अंग है, जिसका नेटवर्क अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण-पूर्व एशिया और अफ्रीका तक फैला है।
उन्होंने कहा,
“हमारा मकसद शिक्षा को व्यावसायिक नहीं, बल्कि सुलभ और गुणवत्ता-आधारित बनाना है।”
💰 किफायती और विश्वस्तरीय शिक्षा
इस करिकुलम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसकी फीस अन्य अंतरराष्ट्रीय बोर्डों की तुलना में काफी कम होगी।
यह किंडरगार्टन से लेकर 12वीं कक्षा तक लागू होगा और सफल छात्रों को Western Australia Certificate of Education (WACE) प्रदान किया जाएगा, जिसे दुनिया भर के विश्वविद्यालय मान्यता देते हैं।

साथ ही, WACE पास करने वाले छात्रों को IELTS या TOEFL जैसी अंग्रेज़ी परीक्षाओं से छूट भी मिलेगी।
👩🏫 शिक्षकों और स्कूलों को मिलेगा सीधा सहयोग
WACI केवल छात्रों पर ही नहीं, बल्कि शिक्षकों और स्कूलों के विकास पर भी ध्यान देगा।
ऑस्ट्रेलिया से सीधे विशेषज्ञ शिक्षकों को ट्रेनिंग देंगे, स्कूलों का मूल्यांकन करेंगे और आधुनिक शिक्षण पद्धतियों को लागू करने में मदद करेंगे — वह भी बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के।
🇮🇳 भारत में शुरुआत और छात्रवृत्ति
पहले चरण में WACI भारत के 10 स्कूलों में करिकुलम लागू करेगा। इसके अलावा, Springboard for Education दो भारतीय छात्रों को पूरी स्कॉलरशिप पर ऑस्ट्रेलिया में उच्च शिक्षा के अवसर देगा।
साथ ही, वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया सरकार ने 50 अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए AUD 20,000 मूल्य की स्कॉलरशिप भी घोषित की है।
वेस्टर्न ऑस्ट्रेलियन करिकुलम न केवल एक शिक्षा ढांचा है, बल्कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ज्ञान का सेतु है।
यह भारतीय छात्रों को विश्वस्तरीय अवसरों से जोड़ते हुए एक नए युग की शुरुआत करेगा — जहाँ शिक्षा होगी सस्ती, सुलभ और वास्तव में “गुणवत्ता आधारित।”




