गोपालगंज में बड़ी लापरवाही: 41 जिंदा लोगों को मतदाता सूची में मृत घोषित कर हटाया गया

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग के विशेष गहन मतदाता पुनरीक्षण (SIR) अभियान में गोपालगंज जिले के भोरे विधानसभा क्षेत्र से एक बड़ी चूक सामने आई है। विजयीपुर प्रखंड के नवका टोला गांव में 41 जीवित लोगों के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इन सभी लोगों को “मृत” घोषित कर दिया गया, जबकि वे पूरी तरह स्वस्थ हैं और वर्षों से मतदान करते आ रहे हैं।
❌ लोकतांत्रिक अधिकारों पर संकट
मतदाता सूची से जीवित लोगों के नाम काटे जाने पर ग्रामीणों ने कड़ा विरोध जताया है। उनका कहना है कि यह उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। लोग वर्षों से वोट डालते आ रहे हैं, लेकिन अब बिना किसी सत्यापन के उनके नाम हटाए जाना बेहद चिंताजनक है।
⚡ राजनीतिक हलचल और जांच की मांग
इस मामले के उजागर होने के बाद स्थानीय लोगों और राजनीतिक दलों में आक्रोश फैल गया है। सभी ने प्रशासनिक जांच की मांग की है ताकि दोषियों की पहचान हो सके और सही मतदाताओं का नाम तुरंत सूची में जोड़ा जा सके।
🗳️ चुनाव से पहले बड़ी चुनौती
चुनाव से पहले सामने आई यह चूक न केवल चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि मतदाता सूची में गड़बड़ी से लोकतांत्रिक प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि चुनाव आयोग और स्थानीय प्रशासन इस गंभीर लापरवाही पर क्या कार्रवाई करता है और कब तक इन 41 लोगों के नाम फिर से मतदाता सूची में जोड़े जाते हैं।