त्योहार की खुशियों के बीच हादसा: नासिक रेलवे स्टेशन पर दो बिहारियों की ट्रेन से कटकर मौत

छठ और दीपावली के मौके पर बिहार लौट रहे यात्रियों की भारी भीड़ देशभर की ट्रेनों में देखी जा रही है। इसी बीच महाराष्ट्र के नासिक रेलवे स्टेशन पर एक दर्दनाक हादसा हो गया। भीड़ के बीच ट्रेन पकड़ने की कोशिश कर रहे तीन लोगों में से दो की मौके पर मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, प्लेटफॉर्म पर अफरातफरी का माहौल था। कई यात्री चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे, तभी यह हादसा हो गया। घायल व्यक्ति को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज जारी है।
यह हादसा उस सच्चाई को उजागर करता है कि आज भी लाखों बिहारवासी रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों में पलायन को मजबूर हैं। त्योहारों पर जब वे अपने घर लौटते हैं, तो भीड़भाड़ और सुरक्षा की कमी के कारण जान जोखिम में डालनी पड़ती है।
राजनीतिक गलियारों में भी इस घटना को लेकर सवाल उठने लगे हैं। बिहार में नेताओं के दावे और जमीनी हकीकत में बड़ा अंतर दिखाई दे रहा है।
एक तरफ केंद्र सरकार के वरिष्ठ नेता बिहार में पलायन और बेरोजगारी खत्म होने का दावा कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ ऐसी घटनाएं यह सवाल खड़ा करती हैं कि अगर सब ठीक है, तो फिर इतने लोग अपने राज्य से बाहर क्यों हैं?
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का हालिया बयान कि “बेरोजगारी पूरी तरह खत्म करने में अभी 40 साल लगेंगे” इस घटना के बाद और चर्चा में आ गया है।
यह हादसा सिर्फ दो जिंदगियों की मौत नहीं, बल्कि उस दर्द की कहानी है जो हर साल हजारों बिहारियों के साथ दोहराई जाती है।




