बिहार में 25 नई चीनी मिलों की स्थापना का फैसला, बंद पड़ी मिलें भी होंगी पुनर्जीवित — नीतीश कैबिनेट की मंजूरी

बिहार सरकार ने राज्य की अर्थव्यवस्था और गन्ना किसानों को बड़ा प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से 25 नई चीनी मिलों की स्थापना करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही राज्य में कई वर्षों से बंद पड़ी पुरानी चीनी मिलों को फिर से चालू किया जाएगा।
सरकार ने योजना की तैयारियां पूरी कर ली हैं और नीतीश कैबिनेट ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। काम अगले कुछ महीनों में शुरू होने की उम्मीद है।
इस फैसले से बिहार में
गन्ना किसानों की आय बढ़ेगी
स्थानीय स्तर पर बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे
ग्रामीण और औद्योगिक अर्थव्यवस्था दोनों को गति मिलेगी
मढ़ौरा चीनी मिल से फिर उम्मीदें
कैबिनेट के इस निर्णय के बाद मढ़ौरा चीनी मिल के दोबारा चालू होने की उम्मीदें तेज़ हो गई हैं। लंबे समय से बंद यह मिल आसपास के हजारों किसानों और युवाओं के लिए रोज़गार का एक बड़ा स्रोत मानी जाती थी। अब इसके पुनरुद्धार को लेकर उत्साह बढ़ा है।
सरकार का दावा है कि नई मिलों में आधुनिक तकनीक और उच्च उत्पादन क्षमता का इस्तेमाल होगा, जिससे चीनी उद्योग न केवल राज्य बल्कि देश के स्तर पर भी मजबूत होगा।
अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि आने वाले महीनों में इसका क्रियान्वयन कितनी तेजी से आगे बढ़ता है।





